ओडिशा के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है
800 साल से भी ज्यादा पुराने इस पवित्र मंदिर से जुड़ी ऐसी कई रहस्यमय और चमत्कारी बातें हैं जो हैरान कर देती हैं
हवा से विपरित लहराता है झंडा -हवा का रुख जिस दिशा में होता है झंडा उसकी विपरीत दिशा में लहराता है
रसोई का रहस्य - रसोई में रखे 7 पकवान के बर्तन में से सबसे ऊपरवाला पहले पकता है, आख़िरी में सबसे नीचे वाला
मंदिर की ऊंचाई 214 फीट है, लेकिन मंदिर के शिखर की परछाई नहीं दिखती
यहां हर 12 साल में जगन्नाथजी, बलदेव और देवी सुभद्रा तीनों की मूर्तिया को बदल दिया जाता है. नई मूर्तियां स्थापित की जाती हैं
पुरी के मंदिर के ऊपर से न ही कभी कोई प्लेन उड़ता है और न ही कोई पक्षी मंदिर के शिखर पर बैठता है